New Education Policy 2020 | Full Information In Hindi | School College New Rule |
🔴 New Education Policy 2020 ( नई शिक्षा नीति 2020 ) Introduction :-
दोस्तों आज के इस पोस्ट में हम लोग न्यू एजुकेशन पॉलिसी 2020 के बारे में पूरी जानकारी आप लोगों को देने वाले हैं तो अगर आप लोग एक स्टूडेंट है तो आप लोगों को इस पॉलिसी के बारे में जान लेना बहुत ही जरूरी है तो चलिए देखते हैं कि इस पॉलिसी से शिक्षा नीति में क्या-क्या बदलाव करी गई हैं।
⏩ इस नई शिक्षा में स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक बदलाव किए गए हैं, 34 साल बाद शिक्षा नीति में बदलाव किया गया है जो कि एक अहम बदलाव है इसके बारे में विस्तार से जान लेना बहुत ही जरूरी है।
⏩ शिक्षा नीति को केंद्रीय कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है और यह शिक्षा नीति पूरे भारत में एक साथ एक रूप में लागू किया जाएगा।
🔴 नई शिक्षा नीति में शिक्षा के ऊपर लिए गए पांच अहम फैसले :-
1) बोर्ड परीक्षाएं वार्षिक सेमेस्टर और मॉड्यूलर आधारित होंगी, यह दो भागों में या दो तरह जैसे वस्तुनिष्ठ और व्याख्यात्मक हो सकती हैं।
2) उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए कॉमन एंट्रेंस एग्जाम का प्रावधान किया जाएगा।
3) विधि, चिकित्सा संस्थानों को छोड़कर सभी उच्च शिक्षा संस्थान एक ही नियामक पर चलेंगे।
4) एमफिल को खत्म किया जाएगा, पोस्टग्रेजुएट कोर्स में एक साल के बाद पढ़ाई छोड़ने का विकल्प होगा।
5) निजी और सार्वजनिक उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए साझा नियम होंगे।
🔴 नई शिक्षा नीति से जुड़ी कुछ और जरूरी बातें :-
⏩ गणित विषय के साथ फैशन की भी पढ़ाई :-
उच्च शिक्षा सचिव अमित खरे ने बताया है कि नई शिक्षा नीति इस तरह से बनी है कि स्कूल से हर छात्र एक कौशल लेकर निकलेगा, कक्षा 9 से 12 के बीच विषय चुन सकेंगे, विज्ञान और गणित विषय के साथ फैशन की भी पढ़ाई कर सकेंगे, स्कूल शिक्षा सचिव अनीता करवाल ने बताया की नई शिक्षा नीति में तकनीक पर विशेष ध्यान होगा।
⏩ इंजीनियरिंग कर रहे छात्रों को मिलेगी राहत :- मल्टीपल एंट्री और एग्जिट व्यवस्था भी लागू की है , इस समय अगर 4 साल के इंजीनियरिंग में कोई छात्र 6 सेमेस्टर के बाद आगे की पढ़ाई किसी कारणवश नहीं कर पाता है तो उसके लिए कोई व्यवस्था नहीं है लेकिन इस शिक्षा नीति के तहत 1 साल बाद छात्र को सर्टिफिकेट 2 साल बाद डिप्लोमा और 3 साल बाद डिग्री देने का प्रावधान है।
⏩ नई शिक्षा नीति के तहत सभी सामाजिक और वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए नेशनल रिसर्च फाउंडेशन बनेगा।
🔴 नई शिक्षा नीति के तहत बच्चों पर पढ़ाई का बोझ कम करने की भी व्यवस्था की गई है :-
⏭️ नई शिक्षा नीति में स्कूली शिक्षा के लिए 5 + 3 + 3 + 4 फार्मूला लाया गया है।
⏭️ स्कूली शिक्षा नीति के फार्मूले को कुछ स्टेज के रूप में बांटा गया है जिसको मैंने आपको नीचे स्टेप बाय स्टेप बताया है ।
1) फाउंडेशन स्टेज :-
पहले 3 साल आंगनवाड़ी में प्री स्कूलिंग होगी, अगले 2 साल कक्षा एक और दो स्कूल में पड़ेंगे साथ में ही एक्टिविटी आधारित नए पाठ्यक्रम तैयार होंगे।
2) प्रीपेट्री स्टेज :-
इस स्टेज में कक्षा 3 से लेकर पांच तक प्रयोगों के जरिए विज्ञान, गणित , कला आदि की पढ़ाई कराई जाएगी, 8 से 11 साल के बच्चे इसमें शामिल होंगे।
3) मिडिल स्टेज :-
इसमें कक्षा 6 से 8 तक की पढ़ाई होगी, इस कक्षाओं में विषय आधारित पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा, कक्षा 6 से कौशल विकास कोर्स भी शुरू होंगे।
4) सेकेंडरी स्टेज :-
कक्षा 9 से 12 की पढ़ाई दो चरणों में होगी, इसमें विषयों का गहन अध्ययन कराया जाएगा छात्रों को अपना विषय चुनने की आजादी होगी।
🔴 पिछली शिक्षा नीति क्या थी ? :-
पहले सरकारी स्कूलों में प्रिस्कूलिग नहीं थी , पहले की शिक्षा नीति में एक से दस तक छात्रों की सामान्य पढ़ाई होती थी, और कक्षा 11 से विषय चुन सकते थे लेकिन इस निशा इस नई शिक्षा नीति के तहत कक्षा 9 से ही छात्र अपने विषय को चुन सकते हैं।
🔴 नई शिक्षा नीति के साथ-साथ मंत्रालय का नाम भी बदला गया :-
जिस प्रकार नई शिक्षा नीति के तहत बहुत सारे बदलाव शिक्षा में किए गए उसी के साथ साथ मंत्रालय यानी कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम अब शिक्षा मंत्रालय कर दिया गया है।
🔴 नई शिक्षा नीति पर क्या बोलें प्रधानमंत्री मोदी :-
" राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को मिली मंजूरी का मैं पूरेे दिल से स्वागत करता हूं, यह बदलाव देश को उज्जवल भविष्य देगा और इसे समृद्धि की ओर ले जाएगा।" नरेंद्र मोदी।
दोस्तों भारत सरकार के द्वारा नई शिक्षा नीति 2020 ( New Education Policy 2020 ) में जितने भी बदलाव किए गए हैं उनके बारे में मैंने आप लोगों को ऊपर बता दिया है।
अगर इससे जुड़ी आप लोगों का कोई भी सुझाव हो तो हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं, और इसे अपने मित्रों के साथ व्हाट्सएप, फेसबुक जैसे अन्य सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें पोस्ट पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।