CNC Machine And Automation Imp Question Answer Series Part - 3 System Device
Q 1 :- नियंत्रण निकाय (System Device) को परिभाषित कीजिए।
Ans :- इस निकाय में भौतिक अवयव इस प्रकार व्यवस्थित होते हैं जिससे सभी अवयव निर्देश द्वारा स्वयं को अथवा अन्य निकाय को नियंत्रित करते हैं। "
नियंत्रण इकाई के प्रमुख अवयव निम्नलिखित है -
a) नियंत्रण चर राशि (Controlled Variable)
b) अप्रत्यक्ष नियंत्रण चर राशि (Indirectly Controlled Variable)
c) निर्देश या संकेत (Instruction or Command)
d) संदर्भ आगत (Reference Input)
e) सक्रिय सिग्नल (Actuating Siganl)
f) विघ्न (Disturbance)
g) निकाय त्रुटि (System Error)
Q 2 :- नियंत्रण निकाय को वर्गीकृत कीजिए।
Ans :- नियंत्रण निकाय को दो वर्गों में वर्गीकृत किया गया है-
(i) खुला नियंत्रण निकाय (Open Control System)
(ii) बंद नियंत्रण निकाय (Closed Control System)
* खुला नियंत्रण निकाय :- इसे नॉन फीडबैक सिस्टम (Non-Feedback System) भी कहते हैं इस नियंत्रण निकाय में नियंत्रण क्रिया आउटपुट से स्वतंत्र रहती है सक्रिय सिग्नल (Actuating Signal) केवल इनपुट निर्देशों या संकेतों पर निर्भर करता है तथा इस पर आउटपुट सिग्नल पर कोई नियंत्रण नहीं होता है ।
उदाहरण :- ऑटोमोबाइल में प्रयुक्त आइडल स्पीड कंट्रोल सिस्टम (Idle Speed Control System) , प्रिंटवेल कंट्रोल सिस्टम (Printwheel Control System)
* बंद नियंत्रण निकाय :- इस नियंत्रण निकाय में नियंत्रण क्रिया आउटपुट सिग्नल पर निर्भर करती है इस निकाय को फीडबैक निकाय भी कहते हैं इस निकाय में आउटपुट को फीडबैक आयोग की तरह सहायता से संदर्भ से तुलना की जाती है तब सक्रिय सिग्नल निकाय में भेजा जाता है।
Q 3 :- सेंसर को परिभाषित कीजिए।
Ans :- इंजीनियरिंग में सभी नॉन - विद्युत राशियों (Non - Electric Variable) जैसे - बल , वेग , दाब , त्वरण , बल आघूर्ण , तापमान आदि को मापने के लिए इन्हें पहले विद्युत राशि जैसे - धारा वृद्धि , वोल्टेज प्रतिरोध , चुंबकीय फ्लक्स वृद्धि , प्रेरकत्व या धारिता में रूपांतरित किया जाता है वह युक्ति इसकी सहायता से नॉन विद्युत राशियों को विद्युत राशि में परिवर्तित किया जाता है ट्रांसड्यूसर (Transducer) कहा जाता है।
ट्रांसड्यूसर को सामान्यता पिकअप Pick Up , Prime Snesor या सिग्नल जनरेटर Signal Generator भी कहा जाता है।
Q 4 :- प्राथमिक तथा द्वितीयक ट्रांसड्यूसर को समझाइए।
Ans :- (i) प्राथमिक ट्रांसड्यूसर (Primary Transducer) :- वे ट्रांसड्यूसर जो किसी भौतिक राशि के अधिग्रहण के लिए प्रयोग किए जाते हैं प्राथमिक ट्रांसड्यूसर कहलाते हैं इन्हें डिटेक्टर (Detector) भी कहा जाता है।
(ii) द्वितीयक ट्रांसड्यूसर :- वे ट्रांसड्यूसर जो प्राथमिक ट्रांसड्यूसर से प्राप्त o/p Signal को दूसरे उपयोगी आउटपुट सिग्नल Out Put Signal में परिवर्तित करते हैं सेकेंडरी ट्रांसड्यूसर कहलाते हैं।
Q 5 :- द्रवीय वाल्व क्या है? वर्गीकृत कीजिए।
Ans :- द्रवीय वाल्व :- यह यांत्रिक उपकरण है, जिसकी सहायता से द्रवीय निकाय में द्रवीय प्रचालन आंकड़ों को नियंत्रित किया जाता है।
द्रवीय वाल्व का वर्गीकरण - द्रवीय वाल्व का वर्गीकरण निम्न है -
a) अनंत स्थिति वाल्व
b) निश्चित स्थिति वाल्व
अन्य वर्गीकरण
* द्रव माध्यम के नियंत्रण के आधार पर -
• सिटिंग वाल्व (Seating Valve)
• वाल्व (Valve)
• प्लेट (Plate)
• कोन (Cone)
* क्रिया विधि एवं नियंत्रण की मात्रा के आधार पर -
• दाब नियंत्रण वाल्व (Pressure Control Valve)
• प्रवाह नियंत्रण वाल्व (Flow Control Valve)
• दिशा नियंत्रण वाल्व (Direction Control Valve)
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